आसाराम बापू के समर्थन में उतरा बजरंग दल


- नरेश पंडित, प्रधान, बजरंग दल (पंजाब)
आज हमारे हिन्दू समाज पर जो ये शक्तियाँ आघात कर रही हैं, इनमें से धर्मांतरणवाले प्रमुख हैं। आशारामजी बापू ने हिन्दुओं का धर्म-परिवर्तन करने से रोका और जो गये हुए थे उनकी वापसी करवायी। तो इन मिशनरियों को यह सहन नहीं हुआ।
बहुत सारी ऐसी घटनाएँ हुई हैं जैसे किसी पादरी ने बलात्कार किया, किसीने बच्चों से गलत काम किया, ड्रग्स के मामले में पकड़े गये थे पादरी... ये मीडिया कहीं भी नहीं दिखा रहा है। मेरी सभी मीडिया से प्रार्थना है कि सच को सच दिखायें और जो कृत्य ये पादरी कर रहे हैं उनको उजागर करें क्योंकि जो इल्जाम इन पर लगते आये हैं वे तो साबित भी हुए हैं। आसाराम बापू जो हमारे बुजुर्ग हैं, 74 साल की उम्र है। उन पर इतना बड़ा इल्जाम इन्होंने लगा दिया जिसे साबित नहीं कर पायेंगे। यह बात पंजाब बजरंग दल प्रमुख नरेश पंडित ने कही । उन्होंने कहा कि ऐसे पहले भी संतों पर इल्जाम लगे, ये साबित नहीं कर पाये। संतों को काफी सहन करना पड़ा, चाहे वे प्रज्ञाजी हों, कैप्टन साहब हों, जयेन्द्र सरस्वतीजी हों, चाहे कोई और भी संत हों। इस केस में भी ऐसा ही होगा लेकिन हमें इन षड्यंत्रकारियों को माफ नहीं करना है। इनको इतनी बड़ी सजा मिलनी चाहिए कि आगे से कोई भी हमारे संत-समाज पर इल्जाम लगाने से पहले लाख बार सोचे। हिन्दू समाज मुँह पर जवाब देने के लिए तैयार बैठा है और इनको भुगतना पड़ेगा।
आसाराम बापू के साथ जो यह ज्यादती हो रही है, यह सहने के काबिल नहीं है। आज आशाराम बापू के साथ जो यह जुल्म हो रहा है, उनके ऊपर झूठा केस लगाया जा रहा है तो अगर हम सारे हिन्दू इकट्ठे न हुए तो ये लोग हम पर हावी हो जायेंगे। हिन्दुओं का धर्मांतरण करने के लिए मिशनरियों को लाखों अरब रुपये हर साल मिलते हैं और यह हमारे लिए प्राणघातक साबित होगा अगर हम अपने हिन्दू समाज को साथ ले के न चले। अभी तो हमारे एक संत गिरफ्तार हुए हैं, यदि डरते रहे तो बाकी संतों की भी बारी जल्दी आनेवाली है। इसलिए अभी वक्त है, सँभल जाओ!
कमी कहाँ है? कमी हमारे समाज में है कि जब हमारे ऊपर मुसीबत पड़ती है तो हम लोग इकट्ठे नहीं होते और इन चीजों से सबक नहीं लेते। जितने ये मीडियावाले हैं अधिकांश धर्मांतरणवालों से मिले हुए हैं, मोटी रकम इनको उनसे मिल रही है।
मैं फिर से प्रार्थना करना चाहूँगा कि हम सनातनी हैं, हमारे समाज में बहुत ताकत है, बस सब इकट्ठे हो जाइये ताकि ये ईसाई मिशनरियाँ हम पर हावी न हों और हम ऐसा इंतजाम करें कि आगे से ये हमारे संत-समाज पर कोई लांछन न लगा पायें।

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