रॉबर्ट और प्रियंका की शादी सन 1997
में हुई थी .लेकिन अगर कोई
रॉबर्टको ध्यान से देखे तो यह बात
सोचेगा कि सोनिया ने रॉबर्ट जैसे
कुरूप और साधारण व्यक्ति से
प्रियंका की शादी कैसे करवा दी? क्या उसे
प्रियंका के लिएकोई उपयुक्त
वर नहीं मिला ,
और यह शादी जल्दी में और चुप चाप
क्यों की गयी . ???
वास्तव में सोनिया ने रॉबर्ट से
प्रियंका की शादी अपनी पोल खुलने के डर से
की थी .
क्योंकि जिस समय सोनिया इंगलैंड में
एक कैंटीन में बारगर्ल थी . उसी समय
उसी जगह रोबट की माँ मौरीन
(Maureen) भी यही कामकरती थी .?? मौरीन
को सोनिया और माधव राव
की रास लीला की बात पता थी ,
जबवह उसी कैंटीन
सोनिया उनको शराब
पिलाया करती थी .
मौरीन यह भी जानती थी कि किन किनलोगों के
साथ सोनिया के अवैध
सम्बन्ध थे .
जब सोनिया राजिव से शादी करके
दिल्ली आ गयी ,
तो कुछ समय बाद मौरीन भी दिल्ली में
बस गयी . मौरीन
जानती थी कि सोनिया सत्ता के
लिए कुछ भी कर सकती है ,
क्योंकि जो भी व्यक्ति उसके खतरा बन
सकता था सोनिया ने
उसका पत्ता साफ कर दिया , जैसे संजय , माधव राव ,
पायलेट ,जितेन्द्र
प्रसाद , योगी , यहाँ तक लोग तो यह
भी शक है कि राजीव की हत्या में
सोनिया का भी हाथ है , वर्ना वह अपने
पति केहत्यारों को माफ़
क्यों कर देती ? चूँकि मौरीन का पति और रॉबर्ट
का पिता राजेंदर
वडरा पुराना जनसंघी था , और सोनिया को डर
था कि अगर अपने
पति के दवाब ने मौरीन अपना मुंहखोल
देगी तो मुझे भारत पर हुकूमत करने और
अपने नालायक कु पुत्र राहुल
को प्रधानमंत्री बनाने में
सफलता नहीं मिलेगी . इसीलिए सोनिया ने मौरीन
के लडके
रॉबर्ट की शादी प्रियंका से
करवा दी . ............शादी के बाद-
की कहानी -.......... राजेंद्र वडरा के दो पुत्र ,
रिचार्ड और
रॉबर्ट और एक पुत्री मिशेल थे .
और प्रियंका की शादी के बाद
सभी एक एक कर मर गए या मार दिएगए .
जैसे , मिशेल ( Michelle )सन 2001 में कार
दुर्घटना मेंमारी गयी , रिचार्ड ( Richard )ने सन
2003 में
आत्मह्त्या कर ली . और प्रियंका के ससुर सन 2009 में एक
मोटेल में मरे हुए पाए गए थे . लेकिन इनकी मौत के
कारणों की कोई
जाँच नहीं कराई गयी , और इसके बाद सोनिया ने
रॉबर्ट
को राष्ट्रपति और प्रधान
मंत्री केबराबर का दर्जा इनाम के तौर
पर दे दिया .
तब इस अधिकार को परजिस रॉबर्ट
को कोई पडौसी भी नहीं जानता था , उसने मात्र
आठ महीनों में
करोड़ों की संपत्ति बना ली ,और कई
कंपनियों का मालिक बन गया , साथ
ही सैकड़ों एकड़ कीमती जमीने
भी हथिया ली"दोस्तो यह हमारे देश कि भूमि ,धन ,प्राक्रितिक सम्मपदा जैसे लोहा ,ताम्बा,कोयला, आदि को निकाल सस्ते
दामो पर बेच रहे ओर मोटा कमीशन खा रहे है देश को कमजोर ओर कमजोर बना रहे है
तथा संस्कृति को मिटाकर
धर्मांतरण को फ़ैलाने का प्रयत्न
किया जा रहा है..
जयेंद्र सरस्वती, साध्वी प्रज्ञा, नित्यानंद,
रामदेव बाबा ,कृपालुजी महाराज,
बापू आसारामजी, जैसे संत जो
धर्मान्तरण में विघ्न आनेवाले संतो
को अलग अलग षड़यंत्र में फसाकर...आर एस एस, एवं
बजरंग दल... जैसे पवित्र विचारोको
एवं संघटन को भगवा आतंकवाद
जैसी उपमा देकर
बदनाम किया जाए , तथा जोरशोर से
ख्रिश्चन धर्म का प्रचार किया जाए
और साधुओको और संघटन को बदनाम
करने का टेंडर बिकाऊ मीडिया को करोडो
रुपयेमे खरीदकर उनका ही जो
भगोडा भक्त होता है उसीकेही
द्वारा आरोप लगाया जाता है ...
और साधारण व्यक्ती का मन भोला
होता है जो पेड मिडिया की
बताई बातो पर
विश्वास कर लेता पर, मित्रो जरा सोचो
तर्क लगाओ,,
क्या वर्तमान सरकार का साथ देना चाहिए
विचार करे आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगे
तो प्लीज शेयर करना न भूले ..मित्रो
आपका मित्र खुशाल जाधव
धर्मो रक्षतिः, रक्षितः
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