सोनिया के त्याग की देवी बनने के पीछे की असली असलियत ...सुब्रमणियम स्वामी ने कानूनी रूप से सोनिया के प्रधानमंत्री बनने के सपने किये थे चकनाचूरसुब्रमणियम स्वामी की क़ानूनी लाठी से धराशायी हुई थी सोनिया की साजिश2004 में लोक सभा चुनाव के बाद से सोनिया और कांग्रेस पार्टी अब तक देश को बताती आई है किसोनिया गांधी ने अपनी अंर्तात्मा की आवाज़ सुनकर प्रधानमंत्री का पद त्याग दिया था लेकिन इसके अन्दर की सच्चाई जनता को नही बताई गई थी उनके त्याग का असली कारण क्या था |क्या ये सच नहीं है की सोनिया ने तत्कालीन राष्ट्रपति कलाम साहब के सामने प्रधानमंत्री पद के लिए दाबा भी किया था और समर्थन पत्र भी सौपा था ..उसी समय (15 -May-2004) को सुभ्रामनियम स्वामी ने राष्ट्रपति अबुल कलाम को पत्र लिख कर कहा था की अगर उन्होंने सोनिया को प्रधानमंत्री बनाया तो वो उनके निर्णय को ................सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगे.........क्यों की भारतीय नागरिकता कानून के प्रावधानों के अनुसार सोनिया प्रधानमंत्री नही बनसकती है इस सन्दर्भ में स्वामी जी ने संबिधान के नियमो की एक लिस्ट भी राष्ट्रपति को सौपी थी स्वामी जी के इस प्रयास के बाद राष्ट्रपति ने जो लेटर सोनिया को लिखा था उसमे उन्होंने सोनिया को राष्ट्रपति भवन आने से मना कर दिया था ...उसके साथ ही सोनिया के सपने आसमान से गिर कर धूल में में मिल गए थे ....और उनके पैरो के नीचे जमीं गायब हो चुकी थी ...... उसके बाद का इतिहास सभी को पता है है की मनमोहन सिंह नाम की एक कठपुतली को देश का मुखिया बना दिया गया था|........... भारतीय नागरिकता कानून के प्रावधानों के अनुसार भारत में विदेशी नागरिको बही सुबिधाये हासिल होगी जो सुबिधाये भारत के नागरिक को उस सम्बंधित देश में हासिल होगी इसी क्रम में इटली के नागरिको को भारत में वही सुविधाए हासिल है जो इटली में भारत के नागरिको को मिलती है...और इटली की नागरिकता लेने बाला कोई विदेशी वहाँ का प्रधानमंत्री नही बन सकता तो भारत में भीइटली का नागरिक प्रधानमंत्री नही बन सकता है .........स्वामीजी ने भारत के संबिधान के इसी प्रावधान की मदद से राष्ट्रपति को सोनिया को प्रधानमंत्री नियुक्त करने से रोक दिया था ....!!!
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