Brutality of cow killing -


मै कत्लखानों मै कसाइयों के सम्मुख ठेल
दी जाती हूँ। चार दिनों तक मुझे
भूखा रखा
जाता है ताकि मेरा हीमोग्लोबिन गलकर माँस
से चिपक जाये। फिर मुझे घसीट कर
लाया जाता है क्योंकी मै मूर्छित
रहती हूँ। मुझ पर 200
डिग्री सेल्सियस वाष्प में
उबलता हुआ पानी डाला जाता है। मै तडप
उठती हूँ ...
हे ! मेरा दूध पीने वालों मै तुम्हे याद
करती हूँ ।मुझे कठोरता से
पीटा जाता है ताकि मेरा
चमडा आसानी से उतर जाये।
मेरी दौनो टाँगे बाँध कर मुझे
उल्टा लटका दिया जाता है।
फिर मेरे बदन से सारा चमडा निकाल लिया। जाता है।
सुनों जीव
धारियों अभी भी मैने
प्राण नहीं त्यागे है। मै कातर निगाहों से
देखती हूँ शायद इन कसाइयों के मन में
मनुष्यता
का जन्म हो। किन्तु इस समय मुझसे पोषित होने
वाला कोई भी मानव मुझे बचाने
नहीं
आता। मेरे चमडे की चाहत रखने वाले दुष्ट
कसाई मेरी जीवित अवस्था में
ही मेरा चमडा
उतार लेते है और तडप कर मै प्राण त्याग
देती हूँ...
इस पावन और पवित्र भारत भूमी पर
ऐसा कोई नहीं है क्या जो धर्म और कानून
का पालन कर मेरे प्राण बचाये। तुम्हारे द्वारा किये गये
क्रूरतम हत्याचारों को सहकर भी मै
तुम्हे श्राप नहीं दे
सकती ना .................क्योंकि
मै माँ हूँ ना....
अगर आप गौमाता से प्यार करते हैं
और आपने गौमाता का दूध पिया है
तो इस मेसेज को शेयर करके थोडा बहुत दूध का कर्ज
चुकता करे.......!!!!
सर्व हिन्दू कि एक पुकार....!
गौ हत्या अब
नहीं स्वीकार....!!
गौमाता की यह पीड़ा जन जन
तक
पहुँचाने के लिये केवल 2 मिनट का
समय निकाल कर दोस्तों को
शेयर जरुर करें.........
जय गौमाता कि...
जय श्री कृष्णा ...
जय श्री राम ...Please save cows
and value your humanity

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